हौज़ा न्यूज़ एजेंसी के अनुसार , इस रिवायत को "मन ला याहज़ूर अलफ़ाकीह" पुस्तक से लिया गया है। इस रिवायत का पाठ इस प्रकार है:
:قال الامام الصادق علیه السلام
مَن حَجَّ حَجَّةَ الإسلامِ ، فَقَد حَلَّ عُقدَةً مِنَ النّارِ مِن عُنُقِهِ.
हज़रत इमाम जाफर सादिक अलैहिस्सलाम ने फरमाया:
जो अपने वाजिब हज को अंजाम देगा इसे जहन्नम की आग से निजात मिल जाएगी।
मन ला याहज़ूर अलफ़ाकीह,भाग 2,पेंज 216